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હું મકવાણા વિનોદ આ બ્લોગ માં આપાનું હાર્દિક સ્વાગત કરુ છું.

સુ
વિચાર :- "શિક્ષક પોતે શીખતો ન રહે તો તે કદી શીખવી ન શકે - રવીન્દ્રનાથ ટાગોર જીવનમાં કોઈ પણ માણસને ખોટો ના સમજવો. તેના પર વિશ્વાસ રાખવો. કેમકે એક બંધ ઘડીયાળ પણ દિવસમાં ૨ વાર સાચો સમય બતાવે છે. કોઈ કામ માટે ભીતરનો અવાજ ના પાડે તો તે કામ છોડી દેજો, અન્યથા પસ્તાવવાનો વખત આવશે.

શુક્રવાર, 18 માર્ચ, 2016

Always Keep Dreaming Hindi Motivational Story

हर मनुष्य अपनी आंखों में सुंदर सपने सजाता है और उन्हें पूरा करने की भरपूर कोशिश करता है । जीवन में Success इन्हीं Dreams के आधार पर मिलती है । सपने देखने की कोई उम्र नहीं होती और व्यक्ति जब तक सपनों को मूर्त रूप देने का प्रयत्न करता रहता है, तब तक उसका जीवन सफलता के सोपानों पर अग्रसर होता रहता है । लेकिन हमारे देश में 35 – 40 वर्ष की उम्र बीतते ही लोग सपने देखने में विराम लगाने लग जाते हैं । वे सोचने लगते हैं कि वे जो बनना चाहते थे, बन गए । जो सीखना चाहते थे, सीख गए, अब और सीखने से क्या फायदा? अब और कुछ बनने के लिए जिंदगी नहीं बची । अब जो बन गए हैं, उसी राह पर आगे बढ़ना होगा ।
ऐसी Negative Thinking रखने वालों के जीवन में विकास का मार्ग अवरुद्ध(Block) हो  जाता है । इसके अतिरिक्त कई लोग ऐसा भी नकारात्मक सोचने लगते हैं कि जिंदगी में वो जो बनना चाहते थे, नहीं बन पाए, जो सीखना चाहते थे, नहीं सीख पाए, अब कुछ और बनने व सीखने की उम्र ही नहीं बची । इस तरह 35 – 40 उम्र के पार जाने वाले लोगों को यह लगने लगता है कि अब उनकी जिंदगी में कुछ नया होगा ही नहीं, कुछ भी नया करने के लिए अब बहुत देर हो गई है । हमारे आगे बढ़ने के रास्ते भी बंद हो गए हैं । शरीर और मन की उर्जा भी अब पहले की तरह साथ नहीं है ।
लेकिन यदि कोई अपने जीवन में कुछ करने की ठान ले, तो उम्र उसके कार्य में बाधा नहीं बनती और शरीर की ऊर्जा उसके कार्य में रुकावट नहीं डालती; क्योंकि उसका निश्चय(Determination) मन से होता है, मन की शक्ति से होता है । इसलिए हर रुकावट को, हर मुश्किल व परेशानी को उसके आगे झुकने के लिए मजबूर होना पड़ता है । इसी मन की शक्ति के कारण Leonardo da Vinci ने अपनी एक Famous Painting “Monalisa” 51 साल की उम्र में बनाई, और यह उनके जीवन में सबसे अधिक प्रशंसित हुई ।
इसी प्रकार प्रखर व्यक्तित्व Nelson Mandela अपने जीवन में लंबा संघर्ष करते रहे और 75 साल की उम्र के बाद वे South Africa के राष्ट्रपति बने । यदि ये लोग अपनी उम्र व शरीर की कमजोर पड़ती Energy की और निहारते, Negative सोचते तो शायद इतनी अधिक उम्र में कोई विशेष Success हासिल न कर पाते । भारतीय संस्कृति के प्रसिद्ध संवाहक गोस्वामी तुलसीदास जी ने भी 90 वर्ष की उम्र में रामचरित मानस को लिखना प्रारंभ किया था । इसी तरह जीवन के विविध आयामों में अनेक ऐसे चेहरे हैं, अनगिनत उदाहरण हैं, जिनके सपनों ने लंबे Struggle के बाद Success का स्वाद चखा ।
British Novelist व कवि सी.एस.लुई का कहना था कि हम कभी इतने बूढ़े नहीं होते कि नए लक्ष्य न बना सकें, नए सपनों को न देख सकें; क्योंकि हमारे सामने लक्ष्य बनाने व सपने देखने में कोई रुकावट नहीं है । इसलिए उनसे दूर भागने के बजाय हम उनके लिए तैयार हों । यदि हम ही आगे बढ़ने, लक्ष्य तय करने व सपने देखने से मना कर देंगे, तो कोई भी हमें इसके लिए तैयार नहीं कर सकेगा । स्वयं के जीवन में आगे बढ़ने के लिए, कुछ करने के लिए हमें स्वयं ही तैयार होना होगा । बाहरी जगत से हमें इसके लिए Inspiration मिल सकती है, लेकिन अपने अंतर्मन(Conscience) को हमें स्वयं प्रेरित(Self-Motivated) करना होगा और इसके लिए प्रयास भी स्वयं ही करने होंगे ।
जिंदगी को बेहतर बनाने की संभावना सदैव होती है, बस, हमें इस और बढ़ने की जरुरत है । इसके लिए सबसे पहले अपने बारे में यह जानना जरूरी है कि हम क्या चाहते हैं? यह स्पष्ट रूप से जानने मात्र से हम अपनी आधी मंज़िल तय कर लेते हैं । जीवन में उद्देश्य व दिशा निर्धारित हो जाने के बाद जो हम चाहते हैं, उसे प्राप्त करने के लिए, उस तक पहुँचने के लिए उपयुक्त योजनाएँ बनानी चाहिए ।
अपनी कार्ययोजना को छोटे-छोटे लक्ष्यों में विभाजित करें और फिर योजना के अनुसार कार्य करें । इसके साथ ही अपनी कार्यकुशलता(Work Efficiency) को भी बढ़ाएं । अपनी कमियों को पहचाने और उन्हें दूर करने की यथासंभव कोशिश करें । जो भी निर्धारित कार्य के Expert हैं, उनसे भी समय-समय पर सलाह व परामर्श लेना हमारी प्रगति(Progress) को दोगुना कर देता है, हमारी कमियों को उजागर करता है, जिन्हें दूर करके हम ज्यादा अच्छे ढंग से आगे बढ़ सकते हैं ।
जिंदगी में कुछ ऐसे कार्य हैं, जिनके लिए उम्र कभी बाधा नहीं बनती, जैसे – पढ़ाई शुरू करने के लिए, Careerमें बदलाव के लिए, रिश्तों में सुधार के लिए, Famous और सफल बनने के लिए, अपनी बुरी आदतों से छुटकारा पाने के लिए, अच्छी आदतें(Good habits) सीखने के लिए, कार्यकुशलता बढ़ाने के लिए, अपने Dreams को पूरा करने के लिए, स्वयं में सुधार(Self Improvement) लाने के लिए, दुनिया की सैर करने के लिए आदि । इसलिए इन कार्यों में से कोई भी कार्य चुना जा सकता है और अपनी जिंदगी को एक अच्छी दिशा दी जा सकती है ।
यह ध्यान रखना चाहिए कि Dreams देखने के लिए, उसमें Success पाने के लिए उम्र की जरुरत नहीं होती, हमारी इच्छाशक्ति की, हमारी जरुरत होती है । हमारी परिस्थिति और बीता हुआ कल भी इसमें कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकता, यदि हम इन्हें पूरा करने की ठान लें । महान वैज्ञानिक एवं भूतपूर्व राष्ट्रपति A.P.J Abdul Kalam भी यही कहते थे कि “जिंदगी में सपने देखना न छोड़ें ।” ऐसे ही किसी Famous Philosopher ने कहा है – “जीवन में कोई तब तक बूढ़ा नहीं होता, जब तक वह अपने सपने पूरे करने में लगा रहता है । जब उसके सपने मरते हैं, अधूरे रह जाते हैं, वह भी असहाय महसूस करता है । इसलिए हमेशा सपने देखते रहें(Keep Dreaming) और अपने Dreams को कभी मरने नहीं देना चाहिए, इन्हें हमेशा जीवित व जीवंत रखना चाहिए; क्योंकि आँखों में सजे हुए सपने ही हमारी आशाओं के स्त्रोत हैं ।”
प्रिय मित्रों हमें आशा है की आपको हमारा यह Keep Dreaming Hindi Motivational Article बहुत – बहुत पसंद आया होगा और आप इस Hindi Article को पढ़ के बहुत प्रेरित और उत्साहित हुये होगें ।  हमारी सभी पाठकों के लिए शुभकामनाएं है  की आप हमेशा नए – नए सपने देखते रहें, सपने साकार करते रहें और सफलता की नई ऊँचाइयों को पार करते रहें. धन्यवाद ।
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